khatoli ka yuddh-खातोली का युद्ध इब्राहिम लोदी और महाराणा सांगा के बीच लड़ा गया था और खातोली का युद्ध सन 1517 ईस्वी में खातोली नामक तन पर हुआ था जो कि कोटा में स्थित है यह युद्ध इतिहास के पन्नों में सबसे महत्वपूर्ण युद्ध माना जाता है क्योंकि इस युद्ध में महाराणा सांगा ने इब्राहिम लोदी को पराजित कर विजय प्राप्त की थी |
सिकंदर लोदी की मृत्यु के बाद उसका पुत्र इब्राहिम (Khatoli ka yuddh)लोदी दिल्ली सल्तनत का वंशज लोदी वंश के नए सुल्तान बने जब राणा सांगा की खबरें इनके पास पहुंची तो वे इनके विद्रोह को रोकने लगे इनको रोकने के लिए इब्राहिम लोदी ने एक सेना तैयार जो मेवाड़ के खिलाफ तैनात थी और राणा सांगा ने राजपूत योद्धाओं की एक बड़ी सेना इसके बाद दोनों सेनाएं फरवाही की सीमाओं पर खातोली गांव के पास मिली |
इब्राहिम लोदी की चाइना राजपूत सेना के हमले को बर्दाश्त नहीं कर सकी उम्र 5 घंटे तक लड़ाई के बाद सुल्तान उसकी सहना मैदान छोड़कर भाग गई और लोधी राणा सांगा की कैद में फस गया और कुछ दिनों के बाद फिरौती की भुगतान करने के बाद उसे रिहा कर दिया गया राणा सांगा का एक हाथ और तीर पैर में लगने के कारण वह जीवन भर लंगड़े हो गए |
खातोली का युद्ध-Khatoli ka yuddh in Hindi
इब्राहिम लोदी लोदी वंश का शासक और दिल्ली का सुल्तान था और सिकंदर लोदी का पुत्र था पंजाब के गवर्नर दौलत खान लोधी ने इब्राहिम लोदी को सिंहासन से उखाड़ फेंकने के लिए बाबर को भी आमंत्रित किया था लेकिन ग्वालियर पर कब्जा कर लेने के बाद मेवाड़ में राणा सांगा से हार गया था इसके बाद 1526 में पानीपत के पहले युद्ध में बाबर ने महाराणा को पराजित किया और महाराणा सांगा मारा गया |
खातोली का युद्ध कब हुआ | 1517 |
खातोली का युद्ध किसके बीच हुआ | महाराणा सांगा और इब्राहिम लोदी |
खातोली का युद्ध कौन जीता | महाराणा सांगा |
खतौली कहां स्थित है | कोटा, राजस्थान |
परिणाम | मेवाड़ की जीत |
सिसोदिया वंश का शासन काल 1431 से 1465 तक था राणा कुंभा मेवाड़ के एक प्रसिद्ध शासक रहे थे उन्होंने मोहम्मद खिलजी को हराकर विजय स्तंभ का निर्माण करवाया था उनके उत्तराधिकारी राणा सांगा और राणा प्रताप ने मेवाड़ राज्य के महान राजा रहे थे |
Khatoli Yuddh Ka Parinam-खातोली युद्ध का परिणाम
युद्ध के दौरान इब्राहिम लोदी के संसाधन समाप्त हो गए थे जिस कारण से वह सेना का नेतृत्व नहीं कर सकता |जिस कारण से इब्राहिम लोदी युद्ध के मैदान से अपनी जान बचाकर भागने में कामयाब रहा लेकिन उसका पुत्र शहजादा और मेवाड़ी पकड़े गए महाराणा सांगा भी इस युद्ध में घायल हो गया था उसका एक हाथ कट गया था और एक आंख फूट गई थी शरीर पर बहुत से दाग लग गए थे इसी वजह से महाराणा सांगा को एक सेना का शेर कहां जाता है
खातोली का युद्ध के कारण
खातोली का युद्ध लगभग 5 घंटे तक चला जिसमें सेना का आपस में डटकर सामना लेकिन इस युद्ध में इब्राहिम लोधी के पुत्र को मेवाड़ लाया गया और छोटा हाथ दर्द देकर छोड़ दिया गया महाराणा सांगा से हारने के पश्चात इब्राहिम लोदी बदले की आग में जलने लगा और उसने अपनी सेना को पुनः इकट्ठा किया और धौलपुर मैं दोबारा युद्ध हुआ और महाराणा सांगा की विजय हुई |
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